Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़ैनब की इनायत है अज़ादारी-ए-शब्बीर 
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर 

फ़िरौन-ए-जहाँ लरज़ा-बर-अंदाम है इससे
सबसे बड़ी ताक़त है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर

आना हो जिसे सर पे कफ़न बांध कर आए
मैदान-ए-शहादत है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर

इस्लाम जो आलम में सलामत है अभी तक
है यूँ के सलामत है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर

इस फ़र्श-ए-अज़ा को नहीं हम सब की ज़रूरत
हम सब की ज़रूरत है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर

सजदों से तो जन्नत की हवा भी न मिलेगी
जन्नत की ज़मानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर

मैं तो ग़म-ए-सरवर के लिए ख़ल्क़ हुआ हूँ
मेरी तो इबादत है अज़ादारी-ए-शब्बीर
ज़हरा की अमानत है अज़ादारी-ए-शब्बीर

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Azadari-e-Shabbir Zahra ki amaanat hai
Azadari-e-Shabbir Zainab ki inayat hai
Azadari-e-Shabbir Zahra ki amaanat hai

Firaun-e-jahan larza-bar-andaam hai isse
Sab se badi taaqat hai Azadari-e-Shabbir
Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

Aana ho jise sar pe kafan baandh kar aaye
Maidan-e-shahadat hai Azadari-e-Shabbir
Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

Islam jo aalam me salamat hai abhi tak
Hai yun ke salamat hai Azadari-e-Shabbir
Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

Is farsh-e-azaa ko nahi hum sab ki zaroorat
Hum sab ki zaroorat hai Azadari-e-Shabbir
Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

Sajdon se to jannat ki hawa bhi na milegi
Jannat ki zamaanat hai Azadari-e-Shabbir
Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

Mai to Gham-e-Sarwar ke liye khalq hua hun
Meri to ibaadat hai Azadari-e-Shabbir
Zahra ki amaanat hai Azadari-e-Shabbir

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