Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है
चौदह है अक्स और रुख़े नाज़ एक है

अहमद से लेके ताबा मुहम्मद हर एक की
बंदानवाज़ीयों का भी अंदाज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

जैसे अली की ज़र्ब को हासिल है इम्तियाज़
सजदा तमाम सजदों में मुमताज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

नोके सिना पे पढ़ के बताया हुसैन ने
क़ुरान-ओ-अहलेबैत की आवाज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

कौसर पे जा मिलेंगे ये दोनों रसूल से
अंजाम इनका एक है, आग़ाज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

लय टूटने न पाए कभी या हुसैन की
अज़्मे जवाँ के वास्ते ये क़र्ज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

मरना जो जानते हैं वोही जी रहे हैं आज
क़ौमों की ज़िंदगी का यही राज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

घर को जलाना लूटना हँसना ग़ुरूर से 
सदियों से ज़ुल्म का यही अंदाज़ एक है

जाती है जान जाए अज़ा-ए-हुसैन में
ये तो हमारे वास्ते एजाज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

एक भाई एक बहन की कहानी है करबला
अंदाज़ एक है, असर-अंदाज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

मैं हूँ दिल-ए-बुतूल से निकली हुई दुआ
काफ़ी मेरे लिए ये एजाज़ एक है
नूरे मुहम्मदी का ये एजाज़ एक है

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Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai
Chaudah hai aks aur rukhe naaz ek hai

Ahmed se leke taba Muhammad har ek ki
Bandanawaziyo ka bhi andaaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Jaise Ali ki zarb ko haasil hai imtiyaz
Sajda tamaam sajdo may mumtaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Noke sina ke padh ke bataya hussain ne
Quran-o-Ahlebait ki aawaaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Kausar pe ja milenge ye dono Rasool se
Anjaam inka ek hai aaghaaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Laye tootne na paaye kabhi Ya Hussain ki
Azm-e-jawan ke waaste ye qarz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Marna jo jaante hai wohi jee rahe hai aaj
Qaumon ki zindagi ka yehi raaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Ghar ko jalaana lootna hansna ghuroor se
Sadiyon se zulm ka yahi andaaz ek hai

Jaati hai jaan jaye Aza-e-Hussain may
Ye to hamare waaste edaad ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Ek bhai ek behan ki kahani hai Karbala
Andaaz ek hai asar-andaaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

Main hun Dil-e-Butool se nikli hui dua
Kafi mere liye ye ejaz ek hai
Noor-e-Mohammadi ka ye ejaaz ek hai

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