Aa gaye haram hoga arbaeen


आ गए हरम होगा अरबईन 

ग़म के पासबाँ दर्द के अमीन
आए क़ैद से आबिद-ए-हज़ीन
फ़र्शे ख़ाक पर हैं फ़लक नशीन 
आ गए हरम होगा अरबईन.....

तौक़ बेड़ियाँ और रीसमाँ
सर पे गिर पड़ा जैसे आसमाँ
ग़मज़दा फ़लक रोती है ज़मीन
आ गए हरम होगा अरबईन.....

देखिए मेरा ज़ख़्मी है गला
नंगे पाँव मैं काँटों पर चला
ऐसी बेबसी होगी क्या कहीं
आ गए हरम होगा अरबईन.....

ज़िंदगी से ये मौत है भली
अये मेरे चचा शह की ज़िंदगी
शाम में है अब तेरी नाज़नी
आ गए हरम होगा अरबईन.....

अकबर-ए-जवान मेरे भाई जान
साथ तुम नहीं ख़ाक है जहा
याद करती हैं ज़ैनब-ए-हज़ीन
आ गए हरम होगा अरबईन.....

सर कटा दिया घर लुटा दिया
दीन को मगर तो बचा लिया
फ़ातेमा के लाल वारिसे अक़ील 
आ गए हरम होगा अरबईन.....

दफ़्न जो हुई देखो पर्दे में
नंगे सर कभी थी जो बलवे में
उसकी बेटियाँ दर बदर फिरी
आ गए हरम होगा अरबईन.....

करबला में अब देखो एक बार
ग़म में डूब कर हो गया ये हाल
सय्यदा के साथ फ़ख़्रे मुर्सलीन
आ गए हरम होगा अरबईन.....

रीसमाँ - रस्सी, डोरी
हज़ीन - दुखी, शोकाकुल, रंजीदा
मुर्सलीन -‘मुर्सल' का बहुवचन, वह पैगंबर जिन पर दिव्य ग्रंथ उतरे हों
फ़ख़्रे मुर्सलीन - पैग़म्बर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
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Aa gaye haram hoga Arbaeen

Gham ke paasban dard ke ameen
Aaye qaid se Abid-e-Hazeen
Farshe khaak par hai falak nasheen
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Tauq bediyan aur reesma
Sar pe gir pada jaise aasman
Ghamzada falak roti hai zameen
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Dekhiye mera zakhmi hai gala
Nange paon mai kaaton par chala
Aisi bebasi hogi kya kahin
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Zindagi se ye maut hai bhali
Aye mere chacha Shah ki zindagi
Shaam may hai ab teri naazneen
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Akbar-e-jawan mere bhai jaan
Saath tum nahi khaak hai jahan
Yaad karti hain Zainab-e-Hazeen
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Sar kata diya ghar luta diya
Deen ko magar to bacha liya
Fatema ke laal Waaris-e-Aqeel
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Dafn jo hui dekho parde me
Nange sar kabhi thi jo balwe me
Uski betiyan dar badar phiri
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

Karbala me ab dekho ek baar
Gham me doob kar ho gaya ye haal
Sayyada ke saath Fakhr-e-Mursaleen
Aa gaye haram hoga Arbaeen.....

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