Dar-e-Hussain pe milte hai har khyaal ke log


सिप्ते नबी आज तेरा ज़िक्र हम क्यों ना करें
नाज़ उठाते थे सदा साहबे मेराज तेरा
तू जिसे चाहे बुला लेता है दर पर अपने 
यूँ हर दिल पे है अये शाहे ज़मन नाम तेरा

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग ( x 4 )
ये इत्तेहाद का मरकज़ है आदमी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )
ये इत्तेहाद का मरकज़ है आदमी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

ये ऐसा दर हैं जहाँ ताजवर भी आते हैं
फ़क़ीर हो के ग़नी हो सब जबीं झुकाते हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

है दरे शाहे ज़माँ ( x 2 )
मरकज़े-अमनो-अमाँ  ( x 2 )
हर कोई आए यहाँ  ( x 2 )
यहाँ तो बाबे करम है खुला सभी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

हुसैन शाह भी है और बादशाह भी है
हुसैन दीन भी है और दीनपनाह भी है
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

ख्वाजा-ए-अजमेरी ( x 2 )
ये रुबाई तेरी ( x 2 )
कैसे भूलेगा कोई ( x 2 )
जो एक पयाम है हर एक दौर हर सदी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

गला कटा दिया मगर बैयत क़बूल ना की
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

है ये दुनिया को यक़ीन ( x 2 )
ज़ुज़ तेरे सरवरे दीं ( x 2 )
कोई कर सकता नहीं ( x 2 )
जो काम तूने किया दीन की ज़िंदगी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

यहाँ पे नस्ल-ओ-मिल्लत की कोई क़ैद नहीं
मुराद सुनता है सबकी अली का माहे मुबीं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

सबकी है ए अहले जहाँ  ( x 2 )
प्यास बुझती है यहाँ  ( x 2 )
आए सब तश्ना दहन  ( x 2 )
रवाँ  ये फ़ैज़ का दरिया है हर किसी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

अलम ये कह के जब भी कोई उठाता है
रक़म फ़ज़ीलते जाने बतूल करता है
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

था वो ज़हरा का पेसर ( x 2 )
रहके जो तश्ना जिगर ( x 2 )
हक़ से ज़ेरे खंजर ( x 2 )
दुआए करता रहा उम्मते नबी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

दरे हुसैन से ख़ाके शफ़ा जो लातें हैं
अज़ीम कितनी है आओ तुमको ये बताते हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

बंदा-ए-रब्बे ओला ( x 2 )
इसको पहचानो ज़रा ( x 2 )
इसमें तासीर है क्या ( x 2 )
ये ख़ाके पाक है तुरबत में रौशनी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

अज़ा का फर्श ग़में शाह में बिछाना है
प्यामे कर्बोबला दम बदम सुनाना है
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

मातमे सिप्ते नबी ( x 2 )
हम ना छोड़ेंगे कभी ( x 2 )
है यही क़ौले नबी ( x 2 )
ग़मे हुसैन है ईमाँ की ताज़गी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

दिलों में हज़रते आबिद का अज़्म ले कर उठो
खुदा की राह में क़ुरबान ज़िंदगी कर दो
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

हौसला हुर सा रखो ( x 2 )
वहबे क़लबी से बनो ( x 2 )
वलवला जौन से लो ( x 2 )
जिगर हबीब सा ले आओ दोस्ती के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

हुसैन साहबे मेराज के नवासे हैं
गला ना काट सितमगर ये भूखे प्यासे हैं
सिप्ते नबी आज तेरा ज़िक्र हम क्यों ना करें
नाज़ उठाते थे सदा साहबे मेराज तेरा
तू जिसे चाहे बुला लेता है दर पर अपने
यूँ हर दिल पे अये शाहे ज़मन नाम तेरा

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग ( x 4 )
ये इत्तेहाद का मरकज़ है आदमी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )
ये इत्तेहाद का मरकज़ है आदमी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

ये ऐसा दर है जहाँ ताजवर भी आते हैं
फ़क़ीर हो के ग़नी हों सब जबीं झुकाते हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

है दरे शाहे ज़माँ ( x 2 )
मरकज़े-अमनो-अमाँ  ( x 2 )
हर कोई आए यहाँ  ( x 2 )
यहाँ तो बाबे करम है खुला सभी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

हुसैन शाह भी है और बादशाह भी है
हुसैन दीन भी है और दीनपनाह भी है
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

ख्वाजा-ए-अजमेरी ( x 2 )
ये रुबाई तेरी ( x 2 )
कैसे भूलेगा कोई ( x 2 )
जो एक पयाम है हर एक दौर हर सदी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

गला कटा दिया मगर बैयत क़बूल ना की
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

है ये दुनिया को यक़ीन ( x 2 )
जुज़ तेरे सरवरे दीनं ( x 2 )
कोई कर सकता नहीं ( x 2 )
जो काम तूने किया दीनं की ज़िंदगी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

यहा पे नस्ल-ओ-मिल्लत की कोई क़ैद नहीं
मुराद सुनता है सबकी अली का माहे मुबीं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

सबकी है ए अहले जहाँ  ( x 2 )
प्यास बुझती है यहाँ  ( x 2 )
आए सब तश्ना दहन  ( x 2 )
रवाँ ये फ़ैज़ का दरिया है हर किसी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

अलम ये कह के जब भी कोई उठाता है
रक़म फ़ज़ीलते जाने बतूल करता है
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

था वो ज़हरा का पेसर ( x 2 )
रहके जो तश्ना जिगर ( x 2 )
हक़ से ज़ेरे खंजर ( x 2 )
दुआए करता रहा उम्मते नबी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

दरे हुसैन से ख़ाके शफ़ा जो लातें हैं
अज़ीम कितनी है आओ तुमको ये बताते हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

बंदा-ए-रब्बे ओला ( x 2 )
इसको पहचानो ज़रा ( x 2 )
इसमें तासीर है क्या ( x 2 )
ये ख़ाके पाक है तुरबत में रौशनी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

अज़ा का फर्श ग़मे शाह में बिछाना है
प्यामे कर्बोबला दम बदम सुनाना है
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

मातमे सिप्ते नबी ( x 2 )
हम ना छोड़ेंगे कभी ( x 2 )
है यही क़ौले नबी ( x 2 )
ग़मे हुसैन है ईमाँ की ताज़गी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

दिलों में हज़रते आबिद का अज़्म ले कर उठो
खुदा की राह मे क़ुरबान ज़िंदगी कर दो
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

हौसला हुर सा रखो ( x 2 )
वहबे क़लबी से बनो ( x 2 )
वलवला जौन से लो ( x 2 )
जिगर हबीब सा ले आओ दोस्ती के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

हुसैन साहबे मेराज के नवासे हैं
गला ना काट सितमगर ये भूखे प्यासे हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

सोच अये शिमर-ए-लईं ( x 2 )
रोक ले खंजरे कीं  ( x 2 )
क्यों नहीं आता यक़ीन ( x 2 )
बने थे नाक़ा पयम्बर हुसैन ही के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

वतन से अपने जो कर्बोबला को जो जाते हैं
हुसैन उसका मुक़द्दर सवार देतें हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

ऐ शहंशाहे उमम ( x 2 )
कीजिए चश्मे करम ( x 2 )
हो जबीं मेरी भी ख़म ( x 2 )
दिले "हसन" भी मचलता है हाज़री के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग  ( x 2 )

हुसैन शाह भी है और बादशाह भी है
हुसैन दीन भी हैं और दीनपनाह भी हैं
ये है ख़्वाजा ने कहा बादशाह अस्त हुसैन
दीन अस्त हुसैन दीनपनाह अस्त हुसैन

ख़्वाजा-ए-अजमेरी ( x 2 )
ये रुबाई तेरी ( x 2 )
कैसे भूलेगा कोई ( x 2 )
जो एक पयाम है हर एक दौर हर सदी के लिए

दरे हुसैन पे मिलते हैं हर ख़्याल के लोग
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Sipte Nabi aaj tera zikr hum kyo na kare
Naaz uthate the sadaa Sahab-e-Meraj tera
Tu jise chahe bula leta hai dar par apne
Kyu har dil pe hai aye Shah-e-zaman raaj tera

Dar-e-Hussain pe milte hai har khyaal ke log ( x 4 )
Ye ittehad ka markaz hai aadmi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)
Ye ittehad ka markaz hai aadmi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Ye aisa dar hai jahaa taajwar bhi aate hain
Faqeer ho ke ghani ho sab jabi jhukate hain
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Hai dare Shah-e-Zamaa (x2)
Markaze-amno-amaa (x2)
Har koi aaye yaha (x2)
Yaha to baab-e-karam hai khula sabhi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Hussain shah bhi hai aur baadshah bhi hai
Hussain deen bhi hai aur deen panah bhi hai
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Khwaja-e-ajmeri (x2)
Ye rubayee teri (x2)
Kaise bhulega koi (x2)
Jo ek pyaam hai Har ek daur har sadi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Gala kata diya magar baiyat qabool na ki
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Hai ye duniya ko yaqeen (x2)
Juz tere Sarware deen (x2)
Koi kar sakta nahin (x2)
Jo kaam tune kiya deen ki zindagi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Yaha pe nasl-o-millat ki koi qaid nahi
Muraad sunta hai sabki Ali ka Maah-e-Mubeen
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Sabki hai aye ahle jahaa (x2)
Pyaas bujhti hai yahaa (x2)
Aaye sab tashna-dahaa (x2)
Rawaa ye faiz ka dariya hai har kisi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Alam ye kah ke jab bhi koi uthata hai
Raqam fazilate jaane Batool karta hai
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Tha wo Zahra ka pesar (x2)
Rahke jo tashna jigar (x2)
Haq se zere khanjar (x2)
Duaaye karta raha Ummate Nabi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Dare Hussain se khake shafa jo laate hain
Azeem kitni hai aao tumko ye bataaate hain
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Banda-e-rabbe-ola (x2)
Isko pahchano zaraa (x2)
Isme taseer hai kyaa (x2)
Ye khaake paak hai Turbat me raushni ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Azaa ka farsh ghame Sham me hume bichana hai
Pyaame karbobala dum badum humko sunana hai
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Matame sipte Nabi (x2)
Hum na chorenge kabhi (x2)
Hai yahi qaule Nabi (x2)
Ghame Hussain hai Imaan ki taazgi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Dilo me Hazrate Abid ka azm le kar utho
Khuda ki raah me qurbaan zindagi kar do
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Hausla Hur sa rakho (x2)
Wahbe Qalbi se bano (x2)
Walwala Jaun se lo (x2)
Jigar Habib sa le aao dosti ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Hussain Sahabe Meraaj ke nawaase hain
Gala na kaat sitamgar ye bhuke pyaase hain
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Soch aye shimre layeen (x2)
Rok le khanjare kee (x2)
Kyo nahi aata yaqeen (x2)
Bane the naaqa Payamber Hussain hi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Watan se apne jo Karbobala ko jo jaate hain
Hussain uska muqaddar sawaar dete hain
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Aye Shahanshahe ummam (x2)
Kijiye chashme karam (x2)
Ho jabi meri bhi kham (x2)
Dil-e-Hasan bhi machalta hai hazari ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log (x2)

Hussain Shah bhi hai aur baadshah bhi hai
Hussain deen bhi hai aur deen panah bhi hai
Ye hai Khwaja ne kaha Badshah ast Hussain
Deen ast Hussain DeenPanah ast Hussain

Khwaja-e-ajmeri (x2)
Ye rubayee teri (x2)
Kaise bhulega koi (x2)
Jo ek pyaam hai har ek daur har sadi ke liye

Dare Hussain pe milte hai har khyaal ke log

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