Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka


एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का  ( X 4 )
इमामे वक़्त से पूछो मक़ाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का

जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का
इमामे वक़्त से पूछो मक़ाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का

जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

अली अली की सदाए फ़िज़ा में गूंजी हैं ( X 4 )
जहाँँ भी जिसने सुना है कलाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

यज़ीद है न कहीं उसकी बादशाही है ( X 4 )
जहाँ ने देख लिया इंतक़ाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

पदर इमाम हैं, माँ सय्यदा , नबी नाना ( X 4 )
फ़रिश्ते क्यों न करें एहतेराम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

इमाम गरचे नहीं थीं मगर हुसैन के बाद ( X 4 )
हर एक काम था मिसले इमाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

बिछाया फ़र्शे अज़ा सबसे पहले मजलिस की ( X 4 )
ग़मे हुसैन मेंं ये एहतेमाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

बये हिफ़ाज़ते अहले हरम शबे आशूर ( X 4 )
तवाफ़ करना वो गिरदे ख़्याम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

नबी के रौज़े पे पहुँची तो यूँ कलाम किया ( X 4 )
मैं लुट के आयी हूँ कि लीजिये सलाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

"ज़की" रहेगा सदा ज़िक्रे करबला जारी ( X 4 )
जहाँ को तुम ये सुना दो पयाम ज़ैनब का
एहतेराम ज़ैनब का
जहाँ तो कर न सका एहतेराम ज़ैनब का

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Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka X 4
Imame waqt se poocho maqam Zainab ka
Ehteram Zainab ka

Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka
Imame waqt se poocho maqam Zainab ka
Ehteram Zainab ka

Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Ali Ali ki sadaye fiza me goonji hain X 4 
Jaha bhi jisne suna hai kalam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Yazeed hai na kahi uski baadshahi hai X 4
Jahan ne dekh liya inteqam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Pedar Imam hai Maa Syeda Nabi nana X 4 
Farishte kyo na kare ehteram Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Imam garche nahi thi magar Hussain ke baad X 4
Har ek kaam tha misle Imam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Bichaya farshe aza , sabse pahle majlis ki X 4
Ghame Hussain me ye ehtemaam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Baye hifazate ahle haram shabe aashoor X 4
Tawaf karna wo girde khayam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

Nabi ke rauze pe pahuchi to yu kalaam kiya
Mai lut ke aayi hu ke lijiye salaam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

"Zaki" rahega sada zikre karbala jaari
Jahan ko tum ye suna do pyaam Zainab ka
Ehteram Zainab ka
Jahaan to kar na saka ehteraam Zainab ka

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