Ya Abbas Ya Abbas

या अब्बास या अब्बास (x 6)

क़ल्ब की क़ूवत या अब्बास
या अब्बास या अब्बास
आँखों की हसरत या अब्बास
या अब्बास या अब्बास
होंठों की ज़ीनत या अब्बास
या अब्बास या अब्बास
 हाथों की ताक़त या अब्बास
या अब्बास या अब्बास

या अब्बास या अब्बास

हाँ ये नमाज़े सब्रो वफ़ा है 
इसका मुसल्ला फ़र्शे अज़ा है
इसकी अज़ाँ मातम की सदा है
शामों सहर हर वक़्त हमारी है ये इबादत 

या अब्बास या अब्बास

ज़िक्र तेरा सक़्क़ाऐ सकीना 
देता है जीने का क़रीना 
हर तूफाँ का तू ही सफ़ीना
हमने पुकारा जब भी पड़ी है हम पे मुसीबत

या अब्बास या अब्बास

तूने सहारा दीं को दिया है
इसके आलम पर नाम तेरा है
परचम में खुशबु-ए-वफ़ा है
अब ये अलम ऊंचा ही रहेगा तेरी बदौलत

या अब्बास या अब्बास

ज़िक्र यही हर दिल का सहारा
शामों सहर नारा है हमारा
जाने अली बस नाम तुम्हारा 
करते है हम क़ुराने वफ़ा की यूँही तिलावत

या अब्बास या अब्बास

करते रहेंगे हम तेरा मातम है
है यही बस हर ज़ख्म का मरहम
सुर्ख़ रहेंगे सीने हर दम
इसलिए है हर वक़्त हमारे खूँ में हरारत 

या अब्बास या अब्बास 

तीर जब आया मश्कीज़े पर
क़ल्ब पर तेरे चल गया खंजर
बहने लगे आँखों से समंदर
 पूरे न होने पायी तेरी कोई भी हसरत

या अब्बास या अब्बास

आँख में तीर और क़ल्ब शिकस्ता
कट गए शाने ज़ख़्मी सर था
सारा बदन था ख़ून में डूबा
थामे कमर शब्बीर ने देखी ये तेरी ग़ुरबत

या अब्बास या अब्बास

तुझपे य मुश्किल सबसे बड़ी थी
हाथ न थे मजबूर था ग़ाज़ी
कैसे गिरा घोड़े से सिपाही
माँ ही बता सकती बेटे की मुसीबत

या अब्बास या अब्बास

दश्ते बला और शामें ग़रीबाँ
आले पयम्बर बेसरो सामाँ
कोई नहीं अब इनका निगहबाँ
किसको दे अब कौन सहारा वाये मुसीबत

या अब्बास या अब्बास

मक़्तल में लाशे बिखरे हैं
तारीकी है सन्नाटे हैं
बच्चे सहमें देख रहे हैं
तन्हा ज़ैनब कैसे करे अब  इनकी हिफाज़त

या अब्बास या अब्बास

शोलों में सज्जाद का बिस्तर
जलता है  गहवारा-ए-असग़र
बिन्ते अली की छिनती है चादर
अहले हरम पर टूटी कैसी क़यामत

या अब्बास या अब्बास

शिम्र  के पैहम खाये तमाचे
कान है ज़ख़्मी गाल है सूजे
हाय सकीना किसको पुकारे
देखते आकर तुम भी आकर सकीना की ये ग़ुरबत

या अब्बास या अब्बास

कूफ़े की और शाम की राहें
ममता की बेचैन निगाहें
ख़ाली गोदी सूनी बाहें
उट्ठो मुहाफ़िज़ अहले हराम के देखो ये ग़ुरबत

या अब्बास या अब्बास

आबिद है ज़ंजीर में जकड़े
खाते है हर गाम पर  दुर्रे
पुश्त है ज़ख़्मी पॉंव में छाले
कटती है ज़ंजीर से गर्दन देखो अज़ीयत

या अब्बास या अब्बास

सो नहीं सकती प्यासी सकीना
कैसे मिलेगा बाप का सीना
दिल में लिए अरमाने मदीना
दफ़्न हुई ज़िन्दाने बला में सहके मुसीबत

या अब्बास या अब्बास

सबसे बड़ा एज़ाज यही है
जीने का अंदाज़ यही है
हर दिल की आवाज़ यही है
तेरा ग़म तेरा मातम तेरी मुहब्बत

या अब्बास या अब्बास

हैं  शब्बीर के हम परवाने
जिनके मुहाफ़िज़ हैं  तेरे शाने
आये हैं तक़दीर जगाने
भर दे हर परवाने की परवाज़ में ताक़त

या अब्बास या अब्बास

पहुंचे हम कर्बल की ज़मीं तक
काबा-ए-सब्रो इल्मो यक़ीं तक
यानी फ़ज़ाए अर्शे बरी तक
हम सबको अब जल्द अता हो ये सआदत

या अब्बास या अब्बास

दिल में रशीद अब है ये तमन्ना
हो जाये मक़बूल ये नौहा
जल्द दिखा दे तेरा रौज़ा
रख दे भीगी पलकों पे ये भी दौलत

या अब्बास या अब्बास

क़ल्ब की क़ूवत या अब्बास
या अब्बास या अब्बास
आँखों की हसरत या अब्बास
या अब्बास या अब्बास
होंठों की ज़ीनत या अब्बास
या अब्बास या अब्बास
 हाथों की ताक़त या अब्बास
या अब्बास या अब्बास

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